भारत में 5 सितम्बर बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस होता है क्यूंकि इस दिन भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है |

भारत में शिक्षक दिवस डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन (5 सितम्बर 1988) के उपलक्ष में मनाया जाता है |

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षक के साथ साथ महान दार्शनिक भी थे | आईये देखतें हैं उनके दार्शनिक विचार (Quotes क्या हैं |)

"शिक्षा को संपूर्ण होना चाहिए, यह मानवीय होना चाहिए। इसमें न केवल बौद्धिक प्रशिक्षण शामिल होना चाहिए बल्कि हृदय की परिष्करण और आत्मा का अनुशासन भी।"

"धर्म आचरण है, मात्र विश्वास नहीं।"

"धर्म आचरण है, मात्र विश्वास नहीं।"

"धर्म केवल आत्मा की मुक्ति नहीं है, बल्कि यह एक ऐसे जीवन को भी प्रेरित करता है जो समाज और राष्ट्र के कल्याण के लिए उपयोगी हो।"

"ज्ञान हमें शक्ति देता है, प्रेम हमें पूर्णता देता है।"

"ज्ञान हमें शक्ति देता है, प्रेम हमें पूर्णता देता है।"

"शिक्षा का उद्देश्य केवल जानकारी देना नहीं है, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में सोचने की क्षमता विकसित करना है।"

"धर्म और विज्ञान एक ही सत्य की दो अभिव्यक्तियाँ हैं, दोनों का उद्देश्य मानवता की सेवा करना है।"

"धर्म आचरण है, मात्र विश्वास नहीं।"

"धर्म आचरण है, मात्र विश्वास नहीं।"

"सत्य की खोज का अर्थ है अपनी आंतरिक आत्मा की खोज।"

"सत्य की खोज का अर्थ है अपनी आंतरिक आत्मा की खोज।"

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